मुझे तो आदत है

SONU PANDIT

मुझे तो आदत है आपको याद करने की,
अगर हिचकी आए तो माफ़ करना.......

ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है
कभी दूर तो कभी क़रीब होते है
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है
और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है .......


एक मुलाक़ात करो हमसे इनायत समझकर,

हर चीज़ का हिसाब देंगे क़यामत समझकर,
मेरी दोस्ती पे कभी शक ना करना,
हम दोस्ती भी करते है इबादत समझकर

मोहब्बत का इरादा अब बदल जाना भी मुश्किल है,
तुझे खोना भी मुश्किल है, तुझे पाना भी मुश्किल है.
जरा सी बात पर आंखें भिगो के बैठ जाते हो,
तुझे अब अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है,
उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकिन,
तेरी खातिर सितारेतोड़ कर लाना भी मुश्किल है,
यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं,
किस के दिल में क्या है नज़र आना भी मुश्किल है,
तुझे ज़िन्दगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्किल है

Comments

  1. बहुत सुन्दर रचना , ...!!!
    आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा , अच्छा लिख रहे है आप , प्रयास करते रहे ,,और बेहतर लिख पायेंगे ,,,बहुत अधिक पढ़े और बहुत कम लिखे ..यही लेखन का आधार है , और जहाँ तक टिप्पणियों का प्रश्न है ,,ये आये तो अच्छा और ना आये तो भी अच्छा ,,,लेखन आपके मन को सुकून और शान्ति तो देगा ही .....मेरी बातों को मशवरा ना समझे एक मित्र की तरह आपको ये सब बता रहा हूँ ,,,अभी समय कम है , जल्द ही समय निकालकर आपकी पिछली रचनाये भी पढ़ता हूँ

    शब्दों के इस सुहाने सफ़र में आज से मैं भी आपके साथ हूँ , इस उम्मीद से की सफ़र शायद दोनों के लिए कुछ आसान हो .....मिलते रहेंगे
    अथाह...

    !!!

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